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संस्कृत भाषा के बारे research और संशोधक के विचार

संस्कृत भाषा क्यो बहुत खास है? संस्कृत भाषा पर क्या संशोधन किये गये? 



 language is best language in the world?         


Artificial intelligence में प्राकृतिक भाषाओं के उपयोग पर बहुत अनुसंधान हो चुके हैं। Artificial intelligence और computer programming में NASA के वैज्ञानिक Rick Briggs ने संस्कृत भाषा को खोज निकाला। आधुनिक समय में संस्कृत भाषा Computer programming के सभी प्रश्नों के हल करने में सक्षम है। Rick Briggs ने संस्कृत भाषा पर बहुत अनुसंधान किया है।


संस्कृत भाषा में महर्षि पाणिनि ने "अष्टाध्यायी" नामक संस्कृत व्याकरण ग्रंथ लिखा है। यह ग्रंथ सिर्फ व्याकरण ग्रंथ नहीं है, अपितु इसके प्रकारांतर से तत्कालीन भारतीय समाज का वर्णन मिलता है।


मैक्स मूलर ने अपनी किताब "साइंस ऑफ थॉट" मे कहा है कि - "मै निर्भीकतापूर्वक कह सकता हूं कि लैटिन या ग्रीक या अंग्रेजी में ऐसी संकल्पनाएँ नगण्य हैं जिन्हें संस्कृत धातुओं से व्युत्पन्न शब्दों से अभिव्यक्त न किया जा सके। इस से विपरीत मेरा विश्वास है कि २,५०,००० शब्द सम्मिलित माने जाने वाले अंग्रेजी शब्दकोश की संपूर्ण संपदा के स्पष्टीकरण हेतु वांछित धातुओं की संख्या, उचित सीमाओं में न्यूनीकृत पाणिनिय धातुओं से भी कम है। अंग्रेजी में ऐसा कोई वाक्य नहीं, जिसके प्रत्येक शब्द का ८०० धातुओं से एवं प्रत्येक विचार का पाणिनि द्वारा दी गई सामग्री के सावधानीपूर्वक विश्लेषण के बाद अवशिष्ट १२१ मौलिक संकल्पनाओं से सम्बंध निकाला न जा सके। "



पाणिनिय व्याकरण पर विद्वानों ने क्या विचार प्रस्तुत किये? 

  • W.W Hunter ने अपनी पुस्तक" The Annals of Rural Bengal" में कहा है कि - "विश्व के सब व्याकरणो में पाणिनिय व्याकरण सर्वशिरोमणि है। यह मानवीय मस्तिष्क का अत्यंत महत्वपूर्ण आविष्कार हैं।"
  • Henry Thomas Colebrooke ने कहा है कि - "पाणिनिय व्याकरण की शैली अतिशय प्रतिभाशाली है और इसके नियम अत्यंत सतर्कता से बनाये गए हैं।
  • Monier Williams ने कहा है कि - "पाणिनि व्याकरण उस मानव मस्तिष्क की प्रतिभा का आश्चर्यतम नमूना है जिसे किसी दूसरे व्यक्ति-देश ने आज तक सामने नहीं रखा। "
  • Leningrad के प्रोफेसर टी.शेरवात्सकी ने कहा है कि - "पाणिनिय व्याकरण मानवीय मस्तिष्क की सबसे बड़ी रचनाओं में से एक है।
  • " MLBD newsletter : a monthly indological bibliography" नामक Magazine में पाणिनि को "First software man without hardware" घोषित किये गये हैं। जिसका मुख्य शिर्षक था- "Sanskrit software for future hardware"

संस्कृत भाषा विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है। इस भाषा को "सुरभारती", "देवभाषा" आदि नामों से भी जाना जाता है। संस्कृत विश्व की अनेक भाषाओं की जननी है। संस्कृत भाषा में बहोत धर्मों के साहित्य विपुल मात्रा में उपलब्ध है। संस्कृत भाषा सिर्फ धर्म संबंधित भाषा नहीं है, अपितु इसमें गणित, आयुर्वेद, रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान, ज्योतिष आदि विषयों का बहुत बड़ा संग्रह हैं।


विश्व की सबसे पुरानी पुस्तक "ऋग्वेद" है, जो संस्कृत भाषा में लिखी गई है। संस्कृत भाषा में विश्व की सभी भाषाओं के मुकाबले सबसे ज्यादा शब्दकोश है। विश्व के कई देशों में आज संस्कृत सिखाई जाती है।


हम ज्यादातर शब्दों में ही सोचते हैं। अगर हमारी भाषा समृद्ध और सबसे कम समय में सोचने और बोलने में हमारी मदद करने वाली हो तो, हमें सोचने में बहुत बडी क्रांति मिलेगी। हमारी बुद्धिमत्ता भी बढ सकती है। इसका सबसे सही विकल्प संस्कृत भाषा ही है।


इसलिए दोस्तों, संस्कृत के प्रति जागृत हो। और पूरे विश्व की बातचीत करने की भाषा एक होना बहुत आवश्यक है। इसलिये संस्कृत ही उसका सबसे बेहतरीन विकल्प है। 




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