Cyber crime और उसके प्रकारो के बारे में जानकारी।

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साइबर अपराध क्या है? (What is cyber crime?) in hindi





दोस्तों, अपराधी के द्वारा Phishing,Malvertising,Child Pornography, Cyberbullying, computer virus, scamming,Cyber stalking,identity theft, fraud, Software Piracy, DDoS attack, Botnets, spamming,Ransomware, social engineering, hacking आदि प्रवृति कि जाती है, जो साइबर क्राइम कहलाती है। यह प्रवृत्तियाँ साइबर क्राइम के प्रकार हैं। ऐसी प्रवृति के द्वारा दूसरे व्यक्ति की निजी जानकारी या (और) डेटा (data) को निकाल लिया जाता है या चोरी की जाती है, और उसका गलत उपयोग किया जाता है जिसको Cyber crime कहा जाता है।



तो दोस्तो, साइबर क्राइम के प्रकारो कि अब बात कर लेते हैं।


Scamming क्या है?


दोस्तों Scamming का मतलब है "घोटाला करना"। scam कई तरह के होते हैं। जैसे कि Lottery scam, greeting card scam, The Nigerian scam, bank loan or credit card scam, Phishing email or sms scam, bitcoin scam, make money fast online scam, fake shopping sites, fake news scam, over payment online scam, tech support online scam, sms scamming, job offers scam, Loyalty points phishing scam,

Travel scam, Facebook impersonation scam (hijacked profile scam), fake antivirus software, online dating scam, hitman scam etc.


उपर दिये गये स्केमिंग टोपिक पर वह अपराधी कई तरह की सर्विस देने की बात करता है और सामने वाले व्यक्ति को आसानी से उसकी जाल में फंसा सकता है। अगर उसने किसी व्यक्ति को फंसा लिया तो वह उनका निजी डेटा (जानकारी) चुराकर वह उसका गलत उपयोग या पैसा निकलवाने का प्रयास करता है।



Phishing:-


Phishing एक तरफ की जालसाजी ही है। जिसमे अपराधि ईमेल स्पूफिंग (E-mail spoofing), त्वरित संदेश (Instant messaging), Spear Phishing, Link manipulation, Convert redirect, voice Phishing, social engineering, website forgery, Filter evasion, clone Phishing, Whaling आदि तकनीक का इस्तेमाल करके लोगों की निजी जानकारी प्राप्त कर लेता है।


सामान्य तौर पर यह अपराधी व्यक्ति को ई-मेल या टेक्स्ट मैसेज (Text message) भेजकर उस व्यक्तिको लुभाने की कोशिश करता है और उनसे - " उसका नाम, मोबाइल नंबर, ई-मेल, बैंक अकाउंट नंबर, पासवर्ड, उसका पता (Address), Atm card-credit card या डैबिट कार्ड, जन्म तिथि आदि जैसी जानकारी मांगता है। और उनसे धोखाधडी करके वह अपराधी उनके बैंक अकाउंट से पैसे निकाल लेते हैं, या उस पैसे का ऑनलाइन उपयोग कर लेता है।



Malvertising:-


Malvertising के माध्यम से Malware को मोबाइल फोन या कम्प्यूटर(Computer) पर भेजा जाता है। किसी वेबसाइट पर ऎसी एडवर्टाइजिंग (Advertising) की जाती है, जिस लिंक से विजीटर (Visitor) को दूसरी ऐसी साइट पर रिडाइरेक्ट (redirect) किया जाता है, जिस में कुछ एप्स (Application) को डाउनलोड करने को कहा जाता है या अपने आप डाउनलोड होने लगता है। उस एप मालवेयर (malware) हो सकती है और उसके माध्यम से लोगों की निजी जानकारी को चुराया जाता है।



Child Pornography :-


इस तरह के साइबर अपराध में "पोर्न इन्डस्ट्रीज (porn industries) द्वारा बच्चों का शोषण करना" शामिल है। ज्यादातर देशों में पोर्नोग्राफी करने पर पाबंदी लगा दी गई है।



Cyber Bullying :-


Social media platform और इन्टरनेट पर ज्यादातर लोग दूसरे लोगों की जान पहचान कराते हैं। उसमें से कुछ लोग या अनजान, दोस्त, रिश्तेदार आदि में से कुछ लोग किसी व्यक्ति को फोटो-विडियो भेजकर मोबाइल या कम्प्यूटर या इन्टरनेट के माध्यम से किसी व्यक्ति को अगर डराने - धमकाने की कोशिश करता है, तो इस तरह के अपराधों को Cyber bullying कहा जाता है।



Computer virus :-


Computer virus इन्टरनेट के माध्यम से या Removable device कि वजह से फैलते है। इस प्रकार के अपराधी मोबाइल या कम्प्यूटर में Unauthorised access करके वाइरस (Virus), ट्रोजन (Trojan), Malwares आदि के माध्यम से कम्प्यूटर या मोबाइल की सिस्टम, नेटवर्क को नष्ट कर देते हैं।



Cyber stalking :-


Cyber stalking में अपराधी चुनिंदा व्यक्ति की ऑनलाइन गतिविधियों पर नजर रखता है। उनकी प्रोफाइल को चुरा लेता है। उसके पर्सनल डेटा को नुकसान पहुचाता है या छेड़छाड़ करता है , और कइ तरह के इल्ज़ाम उस व्यक्ति पर डालता है। उस व्यक्ति को सेक्सुअल अब्युज (Sexual abuse) कर सकता है। वह पुरी तरह से उसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है। इसी तरह के अपराधों को साइबर स्टोकिंग कहा जाता है।



Identity theft :-


यह एक ऑनलाइन फ्रोड है, जिसके द्वारा विक्टम (victe) का निजी डेटा जैसे कि बैंक अकाउंट नंबर, पुरा नाम और पता, मोबाइल नंबर, पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड - डैबिट कार्ड की निजी जानकारी आदि चोरी की जाती है और इस माहिती से ऑनलाइन पैसे की चोरी की जाती है।



Software Piracy :-


 सोफ्टवेयर की नकल करना या बिना लाइसेंस के सोफ्टवेयर को चलाना, या किसी सोफ्टवेयर के साथ बिना अनुमति छेड़छाड़ करना आदि जैसी प्रवृति को सोफ्टवेयर पायरेसी कहा जाता है, जिसमें किसी गाने, विडियो, फोटो, बुक्स, फिल्मों, सोफ्टवेयर आदि के डुप्लीकेट बनाकर बेचना शामिल हैं।



DDoS attack :-


इस साइबर हमले में अपराधी वेब होस्टिंग सर्वर पर बहोत रिक्वेस्ट भेजकर उसे ओवरलोड करना, या दूसरी तकनीक का इस्तेमाल करके टार्गेट की हुइ वेबसाइट को नुकसान पहुंचाना या फ़िर किसी वेबसाइट को टार्गेट बनाकर उनको हेंग कर देना आदि शामिल हैं। वह अपराधी किसी से दुश्मनी के लिए या फिर पैसे के लिए एसी हरकत करता है।



Botnets :-


यह हमला कमांड और कंट्रोल के सोफ्टवेयर से किया जाता है। (C&C- command and control software) बोटनेट्स डेटा चोरी, DDoS attack, स्पाम भेजना और उस कम्प्यूटर, मोबाइल या इन्टरनेट से जुड़ी हुई डिवाइस को एक्सेस करता है। वह ज्यादातर सरकारी कम्प्यूटरों पर हमला करता है और माहिती प्रध्योगिकी वेबसाइटों या कम्प्यूटरो को निशाना बनाता है।



Spamming :-


यह ऐक मैसेजिंग सिस्टम है जो इ-मेल या टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से लोगों को भेजी जाती है। उस मैसेज मैं फैक ऑफर, प्रोमोशन आदि भेजे गये मैसेज के द्वारा व्यक्ति को मुर्ख बनाया जाता है। उस मैसेज मै दिए गए लिंक पर जाने पर उस व्यक्ति के मोबाइल - कम्प्यूटर पर मालवैयर या वाइरस भेजा जाता है।



Ransomware :-


रेन्समवैयर एक तरह का मालवैयर (malware) है जो अगर किसी डिवाइस में लोड हो जाता है तो वह डिवाइस के डेटा को Encrypt या लौक (lock) कर देता है, और उस डोक्युमेंट को एक्सैस (access) करने के लिए पासवर्ड की जरूरत पड़ती है। अगर अपराधी इस मालवैयर को विक्टिम की डिवाइस मे लोड करने में सफल रहता है तो वह, उस व्यक्ति को धमकी देता है और पैसे देने के बाद ही File को unencrypt करने की मांग करता है।


Social engineering :-


यह एक तरह की रीत है जिसमें अपराधी व्यक्ति  दूसरे व्यक्ति को डायरेक्ट फोन कौल (phone call) या मेसेजिंग (messaging) के माध्यम से जुडता है और उस व्यक्ति से किसी कंपनी के विश्वासपात्र लोगों की तरह बात करता है और उस व्यक्ति कि निजी जानकारी को निकलवाता है।



Hacking :-


एक कम्प्युटर से दूसरे कम्प्युटर की कमियों को पहचान कर उस दूसरे कम्प्यूटर की सारी माहिती या डेटा को पा लेना या चोरी करने को हैकिंग कहा जाता है। यह हैकर (hacker) उपर बताई गई तकनीक या और कई तरह की तकनीक की मदद से हैकिंग करता है।


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