Ammeter क्या है?
बिजली के तार से गुजर रहे करंट (धारा) की प्रबलता को मापने के लिए जिस साधनका उपयोग किया जाता है उसको एमीटर (Ammeter) कहा जाता है। इलेक्ट्रिक करंट को मापने के लिए ammeter का उपयोग किया जाता है।प्रारंभिक एमीटर पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र पर निर्भर थे। ammeter को amperemeter भी कहा जाता है। 19 कि शताब्दी के अंत तक बेहतर उपकरणों को बनाया गया था जो इलेक्ट्रिक पावर सर्किट में सटीक जानकारी देता था और वह किसी भी स्थिति में लगाये जा सकते थे।
1820 में Electric current, physical forces और magnetic field के बीच संबंध होने की बात सबसे पहले Hans Christian Ørsted द्वारा की गई थी। उसने निरिक्षण किया कि जब वायर से करंट सटा हुआ था तब कंपास (compas) की सूई उत्तर तरफ से मूड गई। करंट मापने के लिए tangent galvanometer में इस effect का उपयोग किया जाता था।
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Ammeter के प्रकार:-
- Digital
- Moving iron
- Moving magnet
- Moving coil
- Hot wire
- Integrating
- Rectifier type ammeters
- Electrodynamics
Ammeter को सिधे वोल्टेज स्त्रोत से नहीं जोड़ा जाता, क्योंकि उसका आंतरिक प्रतिरोध बहुत कम होता है। बहुसंख्यक एमीटर को या तो श्रंखला में जोड़ा जाता है या उनके शंट प्रतिरोधो को श्रंखला में समान रूप से जोड़ा जाता है। एमीटर को अपने टर्मिनलों में 1 वोल्टेज से भी कम वोल्टेज ड्रोप के लिए बनाया गया है। ज्यादा करंट को मापने के लिए एक रेजिस्टर (Resistor) (जिसे शन्ट कहा जाता है) को मीटर के समांतर जोडा जाता है।
William E. Ayrton के द्वारा "Ayrton shunt" बनाया गया है जिसमें "make-before-break switch" की जरूरत नहीं होती। प्रतिरोध के संपर्क के कारण यह सटीक माप देता है।
कारों और ट्रकों में उच्च करंट के परीक्षण के लिए एक विशेष प्रकार के Zero-center ammeter का प्रयोग होता है जिसमें एक pivoted bar magnet होता है जो पॉइंटर को ले जाता है, और पॉइंटर को बिना करंट के केंद्र में रखने के लिए एक निश्चित बार चुंबक होता है।