ब्रह्मांड और Big Bang के सिद्धांत की जानकारी।

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Universe (ब्रह्मांड) क्या है?






"Universe" शब्द प्राचीन French शब्द 👉 "univers" से आया है। यह शब्द Latin भाषा में universum से ताल्लुक रखता है। लेटिन भाषा के शब्द का उपयोग "cicero" द्वारा किया गया था उसके बाद लेटिन लेखकों द्वारा उस शब्द का प्रयोग किया जाता था। युनिवर्स का अर्थ हिन्दी में "ब्रह्मांड" होता है। 


Physical universe संपूर्ण अंतरिक्ष (space), समय और उसके सामग्रियों को दर्शाता है। ऐसे पदार्थ सभी ऊर्जाओं को अपने विभिन्न रुपो से समाविष्ट है। जैसे कि stars, galaxies, planets, electromagnetic radiation and matter, moons, intergalactic space इत्यादि।


जो कुछ भी मौजूद हैं उसे सामान्य रूप से ब्रह्मांड कहा जाता है। ब्रह्माण्ड को cosmos, nature world जैसी अवधारणाओं से भी दर्शाया जाता है।



Big bang के बारे में जानकारी 



जो दिख रहा है उसके हिसाब से ब्रह्मांड को मापा जा सकता है। इसका वर्तमान अनुमान 93 billion light-years व्यास में है। ब्रह्मांड के सबसे पुराने ब्रह्मांड मॉडल को भारतीय दार्शनिक और Greek वैज्ञानिकों के द्वारा विकसित किए गए थे, जो पृथ्वी को केंद्र में रखते थे। उसके बाद Nicolaus Copernicus ने "heliocentric model" को तैयार किया। उसने Solar System में सूर्य को केंद्र में बताया। उसके बाद अवलोकनो से पता चला कि ब्रह्मांड कम से कम सैंकड़ों आकाशगंगाओ से बनी हुई है, और सूर्य अरबो तारो में से एक है। 20 वीं शताब्दी के खोजों ने सुझाव दिया कि ब्रह्मांड की भी शुरुआत थी, और तब से इसका विस्तार हो रहा है। ब्रह्माण्ड के यह विस्तार को Big bang सिद्धांत कहा जाता है।


Georges Lemaître (Georges Henri Joseph Édouard Lemaître) ने ब्रह्मांड के उत्पन्न होने के बारे में एक सिद्धांत दिया था, जो "Big Bang theory" के नाम से जाना जाता है। Big Bang theory के आकलन के अनुसार अंतरिक्ष और समय एक साथ 13.799±0.021 billion (अरब) साल पहले अस्तित्व में आया। इस सिद्धांत के अनुसार एक महाविस्फोट से बहुत अधिक उर्जा का उत्सर्जन हुवा और उस ऊर्जा की वजह से ब्रह्मांड फैलता ही जा रहा है। इस धमाके के मात्र 1.34 सेकन्ड समय के अंतराल तक ब्रह्मांड 10^30 गुना फैल चुका था। और लैप्टान, क्वार्क और फोटोन का गर्म द्रव्य बन चुका था। 1.4 second पर क्वार्क मिलकर प्रोटोन और न्युट्रान बनाने लगे। hydrogen, helium आदि का अस्तित्व प्रारंभ हो चुका था, और अन्य भौतिक तत्व बनने लगे थे। Edwin Powell Hubble ने बताया था कि कोई galaxy पृथ्वी से जितनी दूर होती है, उससे आने वाला प्रकाश का "डोप्लर प्रभाव" उतना ही अधिक होता है। इस सच्चाई का नाम "हबल सिद्धांत" रखा गया। उससे पता चला कि हमारा ब्रह्मांड निरंतर बढ़ती हुई गति से फैल रहा है।

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